जब जीवन की राह पर अकेलेपन और उदासी का सामना होता है, तो दिल की गहराइयों से उभरते जज़्बात शब्दों में ढालने की जरूरत महसूस होती है। अकेलेपन और उदासी पर शायरी (Alone Sad Shayari in Hindi) उन भावनात्मक क्षणों को व्यक्त करने का एक सशक्त तरीका है, जब शब्द भी हमारी भावनाओं को पूरी तरह से नहीं कह पाते। इस शायरी के माध्यम से हम अपने दिल की गहराइयों में छुपे दर्द और खामोशी को उजागर करते हैं, और अपने अकेलेपन को एक नया दृष्टिकोण प्रदान करते हैं। यह शायरी न केवल हमें अपने भावनात्मक साथी की खोज में मदद करती है, बल्कि हमारे दिल की आवाज़ को एक नई ज़िन्दगी भी देती है।
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ToggleSad Alone Shayari In Hindi 2024
जब से लगा है तन्हाई का रोग मुझे
एक एक करके छोड़ गए सब लोग मुझे.
मतलब की दुनिया में सब ने साथ छोड़ा
अकेलेपन में दिल ने पुकारा, कोई न आया।
अच्छे होते हैं वो लोग जो आकर चले जाते हैं
थोड़ा ठहर कर जाने वाले बहुत रुलाते हैं।.
आज तो रात का अंधेरा भी पूछ रहा था
कहाँ गया वह रात भर बात करने वाला.
जब बगावत पे उतरती है मेरी तन्हाई
इस कदर शोर मचाता हूँ कि चुप रहता हूँ.
इसको तमन्ना थी हमें कोई न देखे
हमने हो कर तन्हा उन्हें खुशहाल कर दिया.
मेरी आत्मा को तन्हाई की जंजीर पहनाकर
वह मेरे पास तो होता है मगर मेरा नहीं होता’.
बात वफ़ा की होती तो कभी ना हारते,
बात नसीब की थी कुछ कर ना सके।.
कभी दुश्वार राहों का सफर तन्हा न करना
कहीं दुश्वार राहों में ज़िंदगी की शाम न हो जाए.
उसकी खुशबू से महकता है मेरी तन्हाई
याद उसकी मुझे तन्हा नहीं होने देती.
खुद से लड़ता हूँ, बिगड़ता हूँ, मना लेता हूँ
मैंने तन्हाई को एक खेल बना रखा है.
सिर्फ सहने वाला ही जानता है,
की दर्द कितना गहरा है।।.
Alone Sad Shayari For Boys
किसी इंसान की कद्र उस वक्त पता चलती है
जब उसे अपना कहने वाला कोई नहीं होता.
ऐसे न कहो कि किस्मत की बात है
मेरी तन्हाई में कुछ हाथ तुम्हारा भी है.
तन्हा जिंदगी का भी अपना ही मजा है
न किसी के आने की खुशी, न किसी के जाने का ग़म.
जमाना सो गया और मैं जगा रातभर तन्हा,
तुम्हारे गम से दिल रोता रहा रातभर तन्हा।.
हो ताल्लुक तो रूह से ही हो,
दिल तो अक्सर भर ही जाता है।।.
उलझेगा वह खुद से हर रोज कई बार
भागेगा देखेगा कहीं दस्तक तो नहीं है.
यूँ है कि यहाँ नाम और निशान तक नहीं तेरा
और तुझसे भरी रहती है तन्हाई हमारी.
हम भी फूलों की तरह अकसर तन्हा ही रहते हैं
कभी खुद से टूट जाते हैं कभी कोई तोड़ जाता है.
मत पूछ कैसे गुज़रे दिन और कैसी गुज़री रात।
बहुत तन्हा जीए हैं हम तुझसे बिछड़ने के बाद.
वो भी बहुत अकेला है शायद मेरी तरह,
उस को भी कोई चाहने वाला नहीं मिला।.
तुम्हारे बगैर ये वक़्त ये दिन और ये रात,
गुजर तो जाते हैं मगर गुजारे नहीं जाते।.
Alone Sad Shayari For Girls
तुम जब आओगी तो खोया हुआ पाओगी मुझे
मेरी तन्हाई में ख्वाबों के सिवा कुछ भी नहीं.
ख्वाबों की तरह बिखर जाने को जी चाहती है
ऐसी तन्हाई है कि मर जाने को जी चाहती है.
ऐ शम्मा तुझपे ये रात भारी है जिस तरह,
हमने तमाम उम्र गुजारी है उस तरह।.
तन्हाइयों का एक अलग ही मजा है
इसमें डर नहीं होता किसी के छोड़ जाने का.
मेरा और उस चाँद का मुकद्दर एक जैसा है,
वो तारों में तन्हा है और मैं हजारों में तन्हा।.
तन्हाई की यह रात अब कटती भी नहीं है
तकिया से लिपट जाती हूँ बच्चों की तरह मैं.
हमारे पास न बैठो
हमारी तन्हाइयाँ खफा होती हैं
इस दिल में जगह मांगी थी मुसाफिर की तरह
उसने तन्हाईयों का एक शहर मेरे नाम कर दिया.
मेरी तन्हाइयां करती हैं जिन्हें याद सदा,
उन को भी मेरी ज़रुरत हो ज़रूरी तो नहीं।.
ख्वाब बोये थे और अकेलापन काटा है,
इस मोहब्बत में यारों बहुत घाटा है।.
Sad Alone Life Shayari
अब यह आलम है कि तन्हाई से हम तंग आकर
खुद ही दरवाज़े की जंजीर हिला देते हैं.
ज़िंदा रहने की यह तरकीब निकाली मैंने ऐ ज़िंदगी
अपने होने की खबर सब से छुपा ली मैंने ऐ ज़िंदगी
अकेले रह जाते हैं वो लोग
जो खुद से ज़्यादा दूसरों की फिक्र करते हैं.
तेरे होते हुए आ जाती थी सारी दुनियां
आज तन्हा हूँ तो कोई नहीं आने वाला.
कभी सोचा न था कि वह भी मुझे तन्हा कर जाएगा
जो अक्सर परेशान देख के कहता था मैं हूँ न.
कौन कहता है मुलाकात नहीं होती
रोज मिलते हैं मगर बात नहीं होती.
उसी मुक़ाम पर कल मुझको देख कर तन्हा
बहुत उदास हुए फूल बेचने वाले.
साथ चलने को चले थे सब दोस्त लेकिन
मेरी मंजिल का साथी मेरा साया निकला.
मैं किसी ऐसी जगह की तलाश में हूँ
जहाँ गहरी तन्हाई तो हो मगर एहसास तन्हाई न हो.
मुझे यकीन है वह लौट कर ज़रूर आएगा
फिर चाहे वह दिन मेरी मौत का ही क्यों न हो.
कभी तो मुझे तुम भी अकेला छोड़ा करो ऐ तन्हाई
सब रुठ जाते हैं मुझसे कभी तुम भी रुठा करो.
Sad Alone Shayari For Status
बिछड़ के तुमसे राह-ए-इश्क में हुआ कुछ इस तरह
हुए तनहा चले तनहा गिरे तनहा.
कुछ गलत भी तो नहीं था मेरा तनहा होना
आतिश ओ आब का मुमकिन नहीं यकजा होना.
तनहाई में जीने के शौकीन हैं हम
कोई साथ रहे तो हमें अच्छा नहीं लगता.
कौन आएगा यहाँ कोई न आया होगा
मेरा दरवाजा हवाओं ने हिलाया होगा.
तेरे हिजर में यूँ ज़र्द हुए जाते हैं
लोग तकते हैं तो हमदर्द हुए जाते हैं.
एक तुम्हारे सिवा कौन है मेरा यहाँ
फिर तनहा किस के सहारे छोड़ जाते हो.
हम पहले ही जी रहे थे उदास रातों में अकेले
आप के जाने के बाद रौनक और बढ़ गई.
तन्हाई की शायरी: उदासी का सफर
आज फिर इस तन्हा रात में इंतज़ार है उस शख्स का
जो कहा करती थी तुमसे बात न करू तो नींद नहीं आती.
मंजिल भी उसकी थी रास्ता भी उसका था
एक हम ही अकेले थे काफिला भी उसका था.
तुम्हारे हाथ की दस्तक की आस में
मैं अपने घर से कहीं भी नहीं गया बरसों.
न मिलने की क़सम खा के भी मैंने
तुझे हर राह में ढूंढा बहुत है.
दो घड़ी सुकून की खातिर हमने बरसों अज़ाब झेला है
इसे कहना आज भी एक शख़्स तेरे होते हुए अकेला है.
वह मेरी तन्हाइयों से वाकिफ था
वह मेरे साथ यूँ तो न करता.
न आजमाओ मुझे इतना कि मैं मजबूर हो जाऊँ
जो पहले ही तन्हा हो उसे दर्द नहीं दिया करते.
साए की तरह साथ रहा तेरा तसव्वुर
तन्हाई भी हमने कभी तन्हा न गुज़ारी.
बज़ाहिर महफिलों की जान हूँ मैं
लेकिन हक़ीक़त में तन्हाई का मारा हूँ
दर्द भरी तन्हाई शायरी संग्रह
उजड़े हुए घर का मैं वो दरवाज़ा हूँ
दीमक की तरह खा गई जिसे दस्तक की तमन्ना.
मेरा और चाँद का नसीब एक जैसा है
वह तारों में अकेला, मैं हजारों में अकेला.
कहने लगी है अब तो तन्हाई भी मुझसे
मुझसे ही कर लो मोहब्बत, मैं तो बेवफा नहीं.
अपनों ने भी न सोचा कि उजड़ूंगी तो किधर जाऊँगी।
आशियाना जिनका न हो, वो परिंदे अक्सर मर ही जाते हैं।.
अपनों ने भी न सोचा कि उजड़ूंगी तो किधर जाऊँगी।
आशियाना जिनका न हो, वे परिंदे अक्सर मर ही जाते हैं।.
कोई शाम आती है तेरी याद ले कर
कोई शाम जाती है तेरी याद दे कर
मुझे इंतज़ार है उस शाम का
जो आए तुझे साथ ले कर.
तन्हाइयाँ कुछ इस तरह से डसने लगीं मुझे
मैं आज अपने पाँव की आहट से डर गया.
ज़ौक-ए-तन्हाई कुछ बढ़ गया इतना कि
हम ने खुद को ही खुद से निकाल फेंका.
अकेलेपन ने बिगाड़ी हैं आदतें मेरी
वह लौट आएं तो मुमकिन है सुधर जाऊँ मैं.
कुछ लोग अकेले हो जाने के डर से
बेवक़्त लोगों के साथ बंधे रहते हैं.
दिल तो करता है कि मैं खरीद लूँ तेरी तन्हाई
मगर अफसोस मेरे पास खुद तन्हाई के सिवा कुछ नहीं.
अब हम से जिंदगी की हकीकत न पूछो
बहुत मतलबी थे कुछ लोग जो अकेला कर गए.
तन्हाइयों में सुकून है साहिब
महफिलों में दिल टूट जाते हैं.
तन्हाइयों में सुकून है साहिब
महफिलों में दिल टूट जाते हैं.
अपनी जिंदगी भी इस चाँद की मानिंद है
जो खूबसूरत दिखता है मगर है बहुत अकेला.
Conclusion
अकेलेपन और उदासी पर शायरी (Alone Sad Shayari in Hindi) हमें अपने अंदर के जज़्बात को पहचानने और समझने का एक अनमोल अवसर प्रदान करती है। यह शायरी न केवल हमारे दिल की गहराइयों को छूने का माध्यम होती है, बल्कि हमारी भावनाओं को शब्दों में ढालकर उन्हें साझा करने की एक सशक्त विधि भी है। जब शब्द हमारे दर्द को पूरी तरह से व्यक्त नहीं कर पाते, तब यह शायरी हमें एक नई रोशनी और राहत प्रदान करती है। अकेलेपन और उदासी पर शायरी के माध्यम से हम अपने अकेलेपन को एक नया अर्थ दे सकते हैं और अपने भावनात्मक संघर्षों को व्यक्त कर सकते हैं। यह न केवल एक संजीवनी बूटी का काम करती है, बल्कि हमें अपनी भावनाओं को समझने और उन्हें स्वीकार करने में भी मदद करती है।
हम आशा करते हैं कि आपको हमारी अकेलेपन और उदासी पर शायरी की संग्रह पसंद आई होगी। यदि आपके कोई प्रश्न हैं, तो कृपया बेझिझक टिप्पणी करें।